क्या आपसे भी साबूदाने की खिचड़ी चिपकी हुई बनती है??
नवरात्रि पर्व शक्ति का रूप देवी दुर्गा की अराधना का त्योहार है। 9 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में भक्त प्याज-लहसुन तक खाना छोड़ देते हैं। साथ ही कई भक्त इस दौरान मां जगदम्बा को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। 9 दिनों के व्रत के दौरान भक्त भोजन के रूप में या तो फल लेते है या साबूदाने (Sago) का सेवन करते हैं। लेकिन अक्सर साबूदाना बनाते समय वे चिपक जाते है, जिससे उसे बनाना मुश्किल होता है। साथ ही उसका स्वाद भी अजीब हो जाता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं ऐसे टिप्स जिससे आपकी खिचड़ी कभी नहीं चिपेगी और खिली-खिली नजर आएगी।
नवरात्रि में भक्त माता को प्रसन्न करने नौ दिन तक व्रत करते हैं। इन नौ दिनों में कौन सा आहार लिया जाए जो सेहतमंद भी हो और स्वादिष्ट भी। तो इसका सीधा सा जवाब है साबुदाना।
इन नौ दिनों में साबुदाने की खिचड़ी खाना सबसे फायेदमंद माना जाता है। ये बनाने में भी सरल है और स्वादिष्ट भी होती है। लेकिन अक्सर इसे बनाते समय साबुदाना कढ़ाई में चिपक जाता है। जिससे ये देखने में ये अच्छा नही लगता है और इसका स्वाद भी बिगड़ जाता है।
साबूदाना कई प्रकार के होते है। इसलिए आपको साबूदाना के साइज के अनुसार भिगोने का समय सेट करना होगा। कुछ साबूदाने ऐसे होते हैं जो 2 से 3 घंटे में पकने के लायक हो जाते हैं लेकिन कुछ को रात भर पानी में भिगोने की जरूरत पढ़ती है। इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए आप साबुदाना सही तरीके से भिगोएं।
आप साबूदाना भिगोते वक्त इस चीज का ध्यान रखें की पानी ज्यादा न हो, नहीं तो इससे बनने वाली चीजें चिपचिपी हो सकती हैं। 1 कप साबूदाना को भिगोने के लिए 1 कप पानी की मात्रा सही है। छोटे साइज के साबूदाने को 30 मिनट तक पानी में भिगोएं। इसके बाद इसका पानी निकालकर 2-3 घंटे रखने के बाद ही इस्तेमाल करें।
भिगोने के बाद भी अगर साबूदाना सूखे लगे तो उसके ऊपर से 1 बड़ा चम्मच पानी छिड़के और अच्छी तरह मिला दें। जरूरत के अनुसार आप ज्यादा पानी डाल सकते हैं। पर एक ही बार में बहुत ज्यादा पानी न डालें। नहीं तो साबूदाना चिपचिपे हो जाएंगे।
याद रहे खिचड़ी बनाते समय हमें बिलकुल भी पानी का इस्तेमाल नहीं करना है, नहीं तो ये चिपक जाएगी।
खिचड़ी बनाते समय तेल या घी थोड़ा ज्यादा लगता है। लेकिन अगर आप इसे कम करना चाहें तो किसी नॉनस्टिक कढ़ाई में इसे बनाकर कम तेल डाल सकते हैं।