खुद को नेगेटिविटी से ऐसे रखें दूर
हम जीवन में सही या गलत जो भी करते हैं उन सब में हमारी सोच व विचारों का बहुत बड़ा योगदान होता है. आपने अगर एक बार मन से कुछ करने का सोच लिया फिर वो काम चाहे कितना भी कठिन क्यों ना हो आप उसे पूरा कर ही लेते हैं, लेकिन अगर आपने किसी आसान से काम के बारे में भी गलत तरीके से सोचा फिर आपसे वो काम कभी हो ही नहीं पाएगा. ज़िंदगी में सफलता, असफलता हमारे विचारों पर निर्भर करती है.
आज के दौर में हर इंसान के दिमाग में नकारात्मक विचार उठने लगते हैं और यही विचार उन्हें आगे बढ़ने से रोकते हैं. इंसान समझ ही नहीं पाता कि आखिर वो इन नकारात्मक विचारों को रोके कैसे ? लेकिन ये इतना भी मुश्किल नहीं. कुछ आसान तरीकों से आप ऐसे विचारों को अपने दिमाग में चलने से रोक सकते हैं.
बस इसके लिए आपको बस ये कुछ काम करने होंगे
1.जो अच्छा है उसे लिखे
नकारात्मकता की सबसे बड़ी ताकत यही होती है कि उसके होते हुए हम कुछ अच्छा सोच ही नहीं पाते और जब तक कुछ अच्छा नहीं सोच पाएंगे तब तक नकारात्मकता जाएगी कैसे? ऐसे में आपके पास एक बहुत सरल और अच्छा रास्ता होता है इस नकारात्मकता को दूर करने का. हर किसी के जीवन में अच्छा और बुरा दोनों तरह का समय आता है. जब आपके दिमाग में नकारात्मक सोच बढ़ने लगे तो आप कलम उठाइए और न सभी अच्छे पलों को लिख डालिए जो आपके जीवन में आए और आपको सबसे ज़्यादा खुशी दी. यकीन मानिए ऐसा करने से आप पाएंगे कि आपकी नकारात्मकता कम हो रही है और उसकी जगह सकारात्मक सोच ले रही है.
. 2 कुछ करें
बुरे खयाल तभी आते हैं जब हम एकदम अकेले होते हैं. हम किसी एक ही बात को बार बार सोचते रहते हैं. हालांकि हम अच्छे से जानते हैं किसी भी समस्या के बारे में इतना सोचने से उसका निवारण नहीं होने वाला फिर भी हम सोचते हैं. ऐसे में आप कुछ ऐसा करें जिससे आपका ध्यान इन बुरे खयालों से हट जाए. इसके लिए आपको ज़्यादा परिश्रम नहीं करना पड़ेगा. आप कुछ आसान से काम भी कर सकते हैं, जैसे कि किसी दोस्त से फोन पर बात कर लें, अपने लिए खाने को कुछ अच्छा बना लें या फिर कोई अच्छी सी किताब पढ़ लें. आपको ऐसा कोई भी काम कर के अच्छा लगेगा.
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3. सैर करें
सुनने में थोड़ा अटपटा लग सकता है लेकिन एक लंबी सैर आपके दिमाग में चल रही नकारात्मकता को दूर कर सकती है. आप शायद यकीन नहीं करेंगे कि जब आप अकेले सैर पर निकलते हैं तो देखते ही देखते आपके दिमाग से सारे बुरे खयाल बाहर निकल जाते हैं. इसके पीछे कारण है, सैर करते हुए हमारी नजरें चारों तरफ घूमती हैं, हम प्रकृति से लेकर दूसरे इंसानों तक की हरकतों को देखते हैं, उनके बारे में सोचते हैं. जब हम सैर कर रहे होते हैं तो हमें खुद से बहुत सी चीजों पर बात करने का समय मिलता है और इससे आपके दिमाग में बैठे बुरे खयाल बाहर निकल जाते हैं.
4. खुद से बात करें
डर तब बड़ा होने लगता है जब हम उससे डरने लगते हैं. अगर हम डर का सामना कर लें फिर ये डर हमारा क्या ही बिगाड़ सकता है. नकारात्मक विचारों के साथ भी ऐसा ही है. हमें इनके साथ सहजता से पेश आने की जरूरत है. जब भी आपके दिमाग में बुरे खयाल आएं तो आप खुद से ये सवाल करिए कि आप जिस विषय में इतना सोच रहे हैं क्या सचमुच उसके बारे में इतना परेशान होने की ज़रूरत है ? क्या इसका कोई हाल नहीं निकल सकता ? कई बार खुद से सवाल जवाब करने पर हम ये जान पते हैं कि जिस बात को हम इतना महत्व दे रहे हैं वो बहुत साधारण सी बात है.
5. स्क्रीनशॉट
हम आधुनिक युग में जी रहे हैं. आजकल हाल चाल जानने के लिए चिट्ठी पत्र लिखने की ज़रूरत नहीं पड़ती. दिन में एक मैसेज बहुत होता है किसी अपने के प्रति अपना स्नेह और चिंता दिखाने के लिए. पकाऊ चुटकुलों और फॉरवर्ड संदेशों के अलावा भी हर रोज कुछ एक ऐसे मैसेज आते हैं जिनके लिए हम व्हाट्सएप या अन्य कोई मैसेंजर चलाते हैं. ये मैसेज होते हैं हमारे परिवार वालों के, दोस्तों के. मां का मैसेज आता है तबीयत का हाल लेने के लिए, पापा पूछते हैं सब ठीक है ना, वहीं दोस्त शिकायतें करते हुए मीठी वाली लड़ाई करते हैं. ये संदेश ही तो हैं जो हमें अहसास दिलाते हैं कि हमारी भी कोई फिक्र करता है. ऐसे सभी संदेशों का स्क्रीनशॉट ले लें. फिर जब भी कभी नकारात्मक विचार आएं तो इन स्क्रीनशॉट्स को पढ़ लें. निश्चित ही आपके माथे पर चिंता की लकीरों की जगह चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान खिल जाएगी.
6. बात करें
अपनी ऐसी किसी भी समस्या को सिर्फ खुद ना रखें जिसने आपको कई दिनों से परेशान कर रखा है. ऐसी किसी भी नकारात्मक सोच को बाहर निकल जाने दें. आप अपने किसी दोस्त से मिल कर उसे बात सकते हैं, अपने परिवार में इसके बारे में चर्चा कर सकते हैं या फिर किसी मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं. ऐसा करने पर आप आसानी से समस्या का हल खोज पाएंगे.
7. गिनती गिनना
नकारात्मक विचारों को दूर करने में ब्रीथिंग एक्सरसाइज़ बहुत उपयोगी साबित होती है. जब भी आपके दिमाग में ऐसे विचार उठने लगें तब अपनी आँखें बंद करें और 15 तक गिनती गिनें. इससे आपको सोचने में मदद मिलेगी तथा आप कोई समाधान खोज पाएंगे.
8. कचरे में फेंक दें
अपने वे सभी नकारात्मक विचार एक कागज़ पर लिख लें जो आपको परेशान कर रहे हैं. फिर इस कागज़ को नष्ट कर दें. आप इसे कचरे के डब्बे में फेंक सकते हैं या फिर इसे फाड़ सकते हैं. यकीन मानिए अपने इन नकारात्मक विचारों को इस तरह नष्ट करने के बाद आपको अच्छा महसूस होगा.
9. कारण ढूंढें
एक तरह से नकारात्मक विचार आपके लिए सहायक भी होते हैं. ऐसी सोच दिमाग में बार बार तभी आती है जब आपके जीवन में कुछ अच्छा ना हो रहा हो. आप इस बात का कारण ढूंढिए कि आखिर ये सब हो क्यों रहा है और उसका हल निकालिए. एक बार आपने समस्या का हाल ढूंढ लिया फिर आपके आसपास की नकारात्मकता अपने आप दूर हो जाएगी.