किस वजह से होती है भिंडी चिपचिपी?
जब भी भिंडी को काटा जाता है तो उसमें से चिपचिपा पदार्थ निकलता है जो न सिर्फ काटते समय बल्कि भिंडी की सब्जी पकाते समय भी निकलता है. इसकी वजह से कुछ लोग भिंडी को खाना पसंद नहीं करते. भिंडी के चिपचिपेपन की वजह से ही इसका इस्तेमाल किसी तरह के कुरकुरे व्यंजन बनाने में नहीं किया जाता.
भिंडी की सब्जी खाने में तो स्वादिष्ट लगती है, लेकिन इसको काटना और बनाना किसी झंझट से कम नहीं है, क्योंकि जब भी भिंडी को काटा जाता है उसमें से चिपचिपा पदार्थ निकलता है जो ना सिर्फ काटते समय बल्कि भिंडी की सब्जी पकाते समय भी यह पदार्थ निकलता है. जिसकी वजह से कुछ लोग भिंडी को खाना पसंद नहीं करते. भिंडी के चिपचिपेपन की वजह से ही इसका इस्तेमाल किसी तरह के कुरकुरे व्यंजन बनाने में नहीं किया जाता. अगर आप भी भिंडी के चिपचिपेपन से परेशान हैं तो आज का ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है.
किस वजह से होती है भिंडी चिपचिपी
भिंडी को चिपचिपा बनाने के पीछे उस में पाया जाने वाला पदार्थ है जिसका नाम म्यूसिलेज है. यह पदार्थ और भी कई पौधों में पाया जाता है जिसकी वजह से उसमें चिपचिपाहट आती है. यह पदार्थ एलोवेरा में भी पाया जाता है. इस पदार्थ से पौधे को भोजन और पानी भंडारण में मदद मिलती है. यह दो आवश्यक तत्व किसी भी पौधे के विकास के लिए जरूरी हैं. इस पदार्थ से बीजों के अंकुरण में भी मदद मिलती है.
भिंडी के चिपचिपेपन को दूर करने के तरीके
भिंडी को चिपचिपा रहित और कुरकुरा बनाने के लिए कुछ आसान तरीके बता रहे हैं. जिन्हें आप फॉलो कर सकते हैं.
भिंडी को धोकर अच्छी तरह सुखाएं
भिंडी को धोकर तुरंत काटने पर उसमें मौजूद पदार्थ पानी के साथ मिलकर और ज्यादा चिपचिपा हो जाता है. इसलिए जब भी भिंडी की सब्जी बनाना हो तो उसे धोकर अच्छी तरह सुखा लें और फिर काटें. संभव हो तो रात में ही भिंडी धोकर रख दें. इसे अगले दिन सब्जी बनाना आपके लिए आसान हो जाएगा.
बड़े टुकड़ों में कांटे
भिंडी का चिपचिपापन दूर करने के लिए उसे बड़े टुकड़ों में काटें और फिर स्टीर फ्राई करें. इस प्रक्रिया से भिंडी का चिपचिपापन 10 से 15 मिनट में दूर हो जाएगा.
नींबू का रस डालें
भिंडी की सब्जी बनाते समय उसमें नींबू का रस डालने से नींबू के एसिडिक गुण भिंडी के चिपचिपे पदार्थ को खत्म कर देता है, और भिंडी को कुरकुरा बनाने में मदद करता है. इसके अलावा आप इमली का जूस, दही या फिर अमचूर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखना होगा कि सूखी सब्जी में अमचूर का इस्तेमाल करें. वहीं रसे वाली सब्जी के लिए दही और इमली के जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं.
.